नेशनल डेस्क : भारतीय मौसम विभाग ने अगले सात दिनों के लिए देश के अधिकांश हिस्सों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। अनुमान है कि 25 से ज्यादा राज्य और केंद्रशासित प्रदेश मानसूनी गतिविधियों से प्रभावित रहेंगे। किसानों के लिए यह बारिश राहत की खबर है क्योंकि खेतों को भरपूर पानी मिलेगा, लेकिन दूसरी ओर कई इलाकों में जलभराव और बाढ़ जैसी दिक्कतें भी बढ़ सकती हैं। कोकण-गोवा, केरल, कर्नाटक, मध्य भारत और पूर्वोत्तर राज्यों में सबसे ज्यादा वर्षा होने की संभावना है, जबकि पश्चिमी राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में कम बारिश के कारण सूखे की स्थिति बन सकती है।
पूरे देश में मानसून का प्रभाव
इस बार मानसून ने देश के ज्यादातर इलाकों में जोर पकड़ लिया है। आने वाले दिनों में वर्षा का दायरा और तेज होने की उम्मीद है। विभाग का कहना है कि 16 से 21 अगस्त के बीच भारी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। खेतों में पानी भरने से किसानों को राहत मिलेगी, लेकिन निचले क्षेत्रों में जलभराव की समस्या और बाढ़ का खतरा भी बढ़ सकता है। खास तौर पर मध्य भारत और उत्तर-पश्चिम भारत में लगातार बारिश होने की संभावना है।
उत्तर भारत में झमाझम बारिश
उत्तर भारत के अधिकतर इलाकों में भी मानसून सक्रिय रहेगा। पूर्वी राजस्थान और उत्तराखंड में पूरे सप्ताह बारिश का दौर चलेगा। हिमाचल प्रदेश और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 16 से 21 अगस्त तक लगातार वर्षा होने का अनुमान है। पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में 16 से 18 अगस्त तक बारिश के आसार हैं। हालांकि, पश्चिमी राजस्थान में बारिश कम होगी, लेकिन 19 अगस्त को यहां अच्छी बारिश की उम्मीद जताई गई है। इस दौरान उत्तर भारत में गर्मी से राहत मिलेगी।
पश्चिम भारत में बंपर बारिश
कोकण, गोवा और महाराष्ट्र में अगले हफ्ते जोरदार बारिश होने की संभावना है। कोकण और गोवा में 16 से 18 अगस्त तक भारी बारिश का अनुमान है। मध्य महाराष्ट्र और गुजरात में 17 व 18 अगस्त को जोरदार वर्षा हो सकती है। विदर्भ और मराठवाड़ा में 16 से 19 अगस्त तक अच्छी बारिश होती रहेगी। सौराष्ट्र और कच्छ में 18 से 20 अगस्त तक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। इससे पश्चिम भारत के किसानों को काफी फायदा मिलेगा।
पूर्व और मध्य भारत में लगातार बारिश
छत्तीसगढ़, झारखंड और ओडिशा में भी 16 से 21 अगस्त तक बारिश होती रहेगी। मध्य प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों और छत्तीसगढ़ में 19 से 21 अगस्त के बीच बहुत भारी बारिश की संभावना है। विदर्भ में लगभग हर दिन वर्षा हो सकती है। इन इलाकों में जलभराव और बाढ़ जैसे हालात बनने का खतरा है, इसलिए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
दक्षिण भारत में भी सक्रिय रहेगा मानसून
दक्षिण भारत में भी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। तटीय कर्नाटक और तेलंगाना में 16 से 18 अगस्त तक भारी वर्षा का अनुमान है। केरल और तटीय आंध्र प्रदेश में भी इसी अवधि में अच्छी बारिश होगी। आंतरिक कर्नाटक, रायलसीमा और यानम में 16 से 19 अगस्त तक तेज बारिश की संभावना है। इस दौरान तेज हवाएं भी चल सकती हैं, जिनकी गति 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक रह सकती है।
पूर्वोत्तर राज्यों में बाढ़ का खतरा
पूर्वोत्तर भारत में भी जोरदार बारिश होने वाली है। असम और मेघालय में अगले सात दिनों तक भारी वर्षा का अनुमान है। अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी 16 से 21 अगस्त तक बारिश का दौर जारी रहेगा। 20 और 21 अगस्त को असम, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा में बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। यहां लोगों को बाढ़ से बचाव के इंतजाम करने की सलाह दी गई है।
किन इलाकों में कम होगी बारिश?
मौसम विभाग का कहना है कि देश के ज्यादातर हिस्सों में बारिश होती रहेगी, लेकिन तीन इलाकों में सूखे जैसे हालात बन सकते हैं। पश्चिमी राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में लगातार वर्षा की संभावना नहीं है। बीच-बीच में हल्की या मध्यम बारिश जरूर होगी, लेकिन पानी की कमी बनी रहने का खतरा है।