नेशनल डेस्क: भारत के विभिन्न हिस्सों में मानसून ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है। मौसम विभाग (IMD) ने आने वाले दिनों में उत्तर से लेकर दक्षिण तक कई राज्यों में तेज बारिश की चेतावनी जारी की है। पहाड़ी इलाकों से लेकर मैदानी राज्यों तक मौसम का मिजाज बदला हुआ है और लगातार हो रही बरसात से जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
दिल्ली-एनसीआर में हल्की बारिश से राहत
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में शनिवार सुबह से ही हल्की बारिश का दौर जारी है। इसने उमस और गर्मी से जूझ रहे लोगों को थोड़ी राहत दी है। मौसम विभाग के मुताबिक 25 अगस्त को दिल्ली-एनसीआर में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इस दौरान अधिकतम तापमान सामान्य से 2–4 डिग्री तक नीचे आ सकता है।
उत्तर प्रदेश में झमाझम बारिश का दौर
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बीते दो दिनों से झमाझम बारिश हो रही है। लखनऊ, कानपुर और आसपास के क्षेत्रों में लगातार बरसात से मौसम सुहाना हो गया है। IMD ने रविवार को भी राज्य में भारी बारिश की चेतावनी दी है। हालांकि इसके बाद कुछ दिनों के लिए बरसात थमने के आसार हैं, जिससे उमस भरी गर्मी एक बार फिर लौट सकती है। विभाग का अनुमान है कि 29–30 अगस्त को फिर से तेज बारिश का नया दौर शुरू होगा।
बिहार में 20 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
बिहार में भी मॉनसून का असर बरकरार है। पटना, गया, भागलपुर और खगड़िया सहित करीब 20 जिलों में रविवार को भारी बारिश की संभावना जताई गई है। लगातार हो रही बरसात से कई इलाकों में जलभराव की स्थिति भी बन गई है। मौसम विभाग के अनुसार 25 अगस्त को बारिश का यह दौर और तेज हो सकता है, हालांकि उसके बाद कुछ दिनों के लिए बारिश की तीव्रता घटेगी।
उत्तराखंड और हिमाचल में खतरा बढ़ा
उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश ने तबाही मचा रखी है। कई इलाकों में पहाड़ियों से पत्थर और मलबा गिरने से सड़कें बंद हो गई हैं और नदियों का जलस्तर खतरनाक स्तर तक बढ़ गया है। बागेश्वर, रुद्रप्रयाग, टेहरी और उत्तरकाशी में 25 अगस्त को भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में भूस्खलन की आशंका भी जताई गई है।
हिमाचल प्रदेश में भी हालात गंभीर बने हुए हैं। मौसम विभाग ने शिमला, मंडी और कांगड़ा समेत कई जिलों में तेज बारिश की संभावना व्यक्त की है। जम्मू-कश्मीर और पंजाब में भी 24 से 26 अगस्त के बीच मूसलाधार बारिश का अलर्ट है। कई नदियों और नालों का जलस्तर बढ़ने का खतरा है, जिसके चलते प्रशासन ने सतर्क रहने की अपील की है।
मध्य भारत में लगातार बरसात की संभावना
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में अगले एक हफ्ते तक कई स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है। भोपाल, रायपुर और भुवनेश्वर में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। वहीं विदर्भ क्षेत्र में 28 से 30 अगस्त के बीच भारी वर्षा का अनुमान जताया गया है।
पश्चिम और दक्षिण भारत में भी बरसेगा पानी
पश्चिम भारत के गुजरात में 30 अगस्त तक कई जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में 25–30 अगस्त के बीच लगातार तेज बारिश की संभावना है। 28 अगस्त को इन क्षेत्रों में अत्यधिक वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है।
तटीय कर्नाटक में भी 27 से 29 अगस्त के बीच भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। केरल में भी मॉनसून सक्रिय है और कई जिलों में अच्छी बारिश दर्ज की जा रही है।
सावधानी बरतने की जरूरत
लगातार हो रही बारिश के कारण भूस्खलन, जलभराव और बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। पहाड़ी इलाकों में यात्रा करने से पहले मौसम की ताजा जानकारी लेना जरूरी है। मैदानी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भी सतर्क रहने और प्रशासन द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।
मानसून का यह सक्रिय दौर न केवल तापमान में गिरावट लाएगा बल्कि जल संसाधनों को भी भरपूर करेगा। हालांकि, अत्यधिक वर्षा के कारण आपदा प्रबंधन की तैयारियों को पुख्ता करना बेहद जरूरी है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक अगस्त के अंत तक देश के अधिकांश हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।