नेशनल डेस्क: भारतीय अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ऐतिहासिक यात्रा पूरी कर रविवार तड़के भारत की धरती पर कदम रखा। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनका स्वागत बेहद खास अंदाज में किया गया। ढोल-नगाड़ों, तिरंगे और भारत माता के जयकारों से पूरा माहौल देशभक्ति में रंग गया।
शुभांशु के स्वागत में नेता और परिवार मौजूद
एयरपोर्ट पर केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, इसरो प्रमुख डॉ. वी. नारायणन और उनके परिवारजन मौजूद थे। शुभांशु की पत्नी कामना शुक्ला और उनके बेटे ने एयरपोर्ट पर उन्हें गले लगाया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
Axiom-4 मिशन का हिस्सा रहे शुभांशु
शुभांशु शुक्ला नासा के Axiom-4 मिशन का हिस्सा थे। यह मिशन 25 जून 2025 को अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च हुआ था। 26 जून को वे ISS पहुंचे और वहां लगातार 18 दिन तक 60 से ज्यादा वैज्ञानिक प्रयोग किए।इस मिशन में उनके साथ अमेरिका की पैगी व्हिटसन, पोलैंड के स्लावोज उज़्नान्स्की-विस्निविस्की और हंगरी के टिबोर कापू भी शामिल थे। 15 जुलाई को सभी अंतरिक्ष यात्री कैलिफोर्निया तट पर सुरक्षित लैंड हुए।
41 साल बाद किसी भारतीय ने लिखा नया इतिहास
शुभांशु शुक्ला ने वह उपलब्धि हासिल की, जिस पर पूरा देश गर्व कर रहा है। वे 41 साल बाद अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले पहले भारतीय बने। इससे पहले 1984 में राकेश शर्मा ने सोवियत मिशन के तहत अंतरिक्ष की उड़ान भरी थी।
बैकअप अंतरिक्ष यात्री भी लौटे भारत
शुभांशु के साथ उनके बैकअप अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर भी भारत लौटे। वे भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान के लिए चुने गए हैं।
इंस्टाग्राम पर साझा किया भावुक संदेश
भारत लौटने से पहले शुभांशु ने इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट लिखा।
उन्होंने कहा –
“भारत लौटने के लिए विमान में बैठते ही मेरे दिल में कई तरह की भावनाएं उमड़ रही हैं। उन लोगों को पीछे छोड़कर जाना दुखद है, जो पिछले एक साल से मेरे परिवार की तरह रहे। लेकिन अब मैं अपने देशवासियों और प्रियजनों से मिलने को उत्साहित हूं।”
उन्होंने बॉलीवुड फिल्म “स्वदेश” के गीत “यूं ही चला चल राही…” का भी जिक्र किया और जीवन के बदलाव को स्वीकार करने की बात कही।
संसद और लखनऊ में होगा सम्मान
भारत लौटने के बाद शुभांशु का सम्मान कई स्तरों पर किया जाएगा।
22-23 अगस्त को वे राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस समारोह में हिस्सा लेंगे। उनके गृहनगर लखनऊ में उनके स्कूल सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (CMS) ने उनके स्वागत के लिए भव्य परेड की घोषणा की है। संसद में भी सोमवार को शुभांशु के सम्मान में एक विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा।
पीएम मोदी ने की सराहना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से दिए गए स्वतंत्रता दिवस भाषण में शुभांशु शुक्ला का नाम लेकर उनकी उपलब्धि की सराहना की।
पीएम ने कहा कि भारत जल्द ही अपना स्वदेशी अंतरिक्ष स्टेशन तैयार करने की दिशा में काम कर रहा है।
प्रेरणा का स्रोत
शुभांशु की यह उपलब्धि न सिर्फ भारत के लिए गौरव का क्षण है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों, खासकर छात्रों और युवा वैज्ञानिकों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है।
उनकी वापसी ने यह संदेश दिया है कि भारत अंतरिक्ष अनुसंधान में नई ऊंचाइयां छूने के लिए तैयार है।