नेशनल डेस्क: देश के कई शहरों में आवारा कुत्तों के हमलों की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं, जिससे लोगों में दहशत का माहौल है. हाल ही में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में हुई तीन अलग-अलग घटनाएं इस समस्या की गंभीरता को दर्शाती हैं. कानपुर में एक बीबीए छात्रा, खरगोन में एक 10 साल की बच्ची और पुणे में एक युवक पर हुए इन हमलों ने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है- आखिर इस समस्या का समाधान क्या है?
खूंखार हुए आवारा कुत्ते: कानपुर से पुणे तक, तीन शहरों में फैला आतंक
देश के कई हिस्सों में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है. घर से बाहर निकलना, खासकर सुबह या देर शाम, अब लोगों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है. हाल ही में उत्तर प्रदेश के कानपुर, मध्य प्रदेश के खरगोन और महाराष्ट्र के पुणे से सामने आए दिल दहला देने वाले वीडियो और घटनाएं इस बात की गवाही देती हैं कि यह समस्या कितनी गंभीर हो चुकी है. इन हमलों ने न केवल पीड़ितों को शारीरिक चोटें दी हैं, बल्कि लोगों के मन में गहरा डर भी बिठा दिया है. आइए जानते हैं इन तीन खौफनाक घटनाओं के बारे में, जिन्होंने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है.
कानपुर: बीबीए छात्रा का बिगड़ा चेहरा, लगे 17 टांके
कानपुर की 21 वर्षीय वैष्णवी साहू, जो बीबीए की छात्रा हैं, 20 अगस्त को अपने कॉलेज से घर लौट रही थीं. घर से कुछ ही दूरी पर मधवन पार्क के पास तीन आवारा कुत्तों ने अचानक उन पर हमला कर दिया. वैष्णवी को सड़क पर गिराकर कुत्तों ने उनके गाल का मांस नोच लिया, जिससे गहरा घाव हो गया. उनकी चीख सुनकर आसपास के लोग दौड़े और उन्हें बचाने की कोशिश की. लोगों ने किसी तरह कुत्तों को भगाया और घायल वैष्णवी को अस्पताल पहुंचाया. डॉक्टरों ने उनके चेहरे पर 17 टांके लगाए. इस हमले के बाद वैष्णवी को खाने और बोलने में भी परेशानी हो रही है और उनका परिवार दहशत में है.
खरगोन: बच्ची पर टूटा कुत्तों का झुंड, बाल-बाल बची जान
मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के करही नगर परिषद में एक और डरावनी घटना सामने आई. एक 10 साल की मासूम बच्ची शाम को किराने का सामान लेकर घर लौट रही थी. अचानक एक कुत्ता उसके पीछे भागा. डर के मारे बच्ची दौड़ी और फिसलकर पानी से भरे एक गड्ढे में गिर गई. तभी कई कुत्ते वहां पहुंच गए और बच्ची पर हमला कर दिया. बच्ची जोर-जोर से चिल्लाती रही. तभी पास से गुजर रहे दो राहगीरों ने हिम्मत दिखाकर पत्थर उठाए और कुत्तों को भगाया. इस घटना का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसे देखकर हर कोई सहम गया. अगर वो राहगीर समय पर नहीं पहुंचते तो शायद बच्ची की जान खतरे में पड़ जाती. गांव वालों का कहना है कि हर हफ्ते ऐसी घटनाएं होती रहती हैं, लेकिन प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है.
पुणे: युवक पर हमला, सीसीटीवी में कैद हुआ खौफनाक मंजर
महाराष्ट्र के पिंपरी-चिंचवड़ पुणे में सुबह के 5 बजे एक युवक अपने काम पर जा रहा था, तभी 7 आवारा कुत्तों के एक झुंड ने उसे घेर लिया. कुत्तों ने उस पर हमला कर दिया और उसके हाथ काट लिए. युवक ने खुद को बचाने के लिए पास पड़े फ्लेक्स बोर्ड और एक बाइक का सहारा लिया. कुत्तों का झुंड लगातार आक्रामक हो रहा था. यह पूरा मंजर पास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया. वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे कुत्तों ने युवक को घेर रखा है. युवक तो किसी तरह अपनी जान बचाने में कामयाब हो गया, लेकिन इस घटना के बाद इलाके के लोग डर के मारे सुबह टहलने भी नहीं निकल पा रहे हैं.
सरकार की भूमिका
आवारा कुत्तों की समस्या को सिर्फ नसबंदी और टीकाकरण से पूरी तरह हल नहीं किया जा सकता. सरकार को इस दिशा में एक राष्ट्रीय नीति बनानी चाहिए, जिसमें न केवल कुत्तों की संख्या को नियंत्रित करने बल्कि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर भी ध्यान दिया जाए.
आवारा कुत्तों को लेकर लोगों में गुस्सा बढ़ रहा है और वे अब प्रशासन से ठोस समाधान की मांग कर रहे हैं. यह समय है कि सरकार और नागरिक दोनों मिलकर इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए कदम उठाएं, ताकि भविष्य में वैष्णवी जैसी कोई और लड़की या मासूम बच्चा इसका शिकार न हो.